Volume 5, Issue (9), Pages 107, July (2017) |
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सम्पादकीय:विश्वविद्यालयों में बोलियों के लिए नागरी लिपि विभाग डॉ.पुष्पेंद्र दुबे, 5(9),1 - (2017) |
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हिंदी साहित्य और स्त्री विमर्श डॉ.ज्योति बाला (शोधार्थी), 5(9),2 - 6 (2017) |
3 . |
लघुकथा में अभिव्यक्त विघटित मानवीय मूल्य जयश्री झांकल (शोधार्थी), 5(9),7 - 15 (2017) |
4 . |
किसान-समस्या और समकालीन हिन्दी आलोचना उज्ज्वल आलोक (शोधार्थी), 5(9),16 - 21 (2017) |
5 . |
साहित्येतिहास लेखन में आलोचना के प्रतिमान की आवश्यकता कुमारी सीमा (शोधार्थी), 5(9),22 - 25 (2017) |
6 . |
निबंधकार के रूप में ‘अज्ञेय’ पूनम साव (शोधार्थी), 5(9),26 - 29 (2017) |
7 . |
स्त्री विमर्श और हिन्दी उपन्यास विनोद आजाद (शोधर्थी), 5(9),30 - 32 (2017) |
8 . |
आधुनिक जीवन शैली और गायत्री महामन्त्र mahamantra, 5(9),33 - 39 (2017) |
9 . |
संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत की स्थायी सदस्यता का दावा रजनी अरोड़ा, 5(9),40 - 43 (2017) |
10 . |
विभिन्न यौगिक क्रियाओं का किशोर छात्र-छात्राओं के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन विनोद कुमार जैन (शोधार्थी), 5(9),44 - 48 (2017) |
11 . |
सामाजिक शोध पद्धति के रूप में वैयक्तिक अध्ययन का प्रयोग दीपमाला यादव (शोधार्थी), 5(9),49 - 52 (2017) |
12 . |
वैष्णव-दर्शन और भारतीय आशावाद के रूमानी कवि – डॉ. धर्मवीर भारती डॉ. राजेश दीक्षित (प्राचार्य), 5(9),57 - 60 (2017) |
13 . |
स्नातक स्तर पर हिन्दी साहित्य विषय में उपलब्धि पर शिक्षण विधि, लिंग एवं उनकी अंतर्क्रिया के प्रभाव का अध्ययन प्रो. एच. आर. पाल, 5(9),61 - 66 (2017) |
14 . |
नरेश मेहता के काव्य में सामाजिक प्रयोजन डॉ. हरिश्चन्द्र अग्रहरि, 5(9),67 - 69 (2017) |
15 . |
भीष्म साहनी के उपन्यासों में सामाजिक जीवन दर्शन डॉ.दिलीप कुमार झा, 5(9),72 - 73 (2017) |
16 . |
पातंजल योग दर्शन में मोक्ष के विविध मार्ग डॉ. पुनीत कुमार मिश्रा, 5(9),70 - 76 (2017) |
17 . |
मन्नू भंडारी की कहानियों के स्त्री पात्र डॉ. जगदीश चौहान (शोधार्थी), 5(9),77 - 81 (2017) |
18 . |
निमाड़ी लोकगीतों में परम्परा और संस्कृति ज्योति कानुड़े(शोधार्थी), 5(9),82 - 85 (2017) |
19 . |
महिलाओं के प्रति हिंसा रोकने के संवैधानिक उपाय प्रदीप कुमार (शोधार्थी), 5(9),86 - 92 (2017) |
20 . |
विजयदान देथा के कथा साहित्य में चित्रित यथार्थ बोध डॉ.मुकेश कुमार, 5(9),94 - 99 (2017) |
21 . |
पातन्जल योगदर्शन में ईश्वर का स्वरूप : एक विवेचन संदीप ठाकरे (योग विभाग), 5(9),100 - 103 (2017) |
22 . |
मध्यप्रदेश से सोयाबीन निर्यात की संभावनाएं श्रीमती संगीता दुबे (शोधार्थी), 5(9),104 - 107 (2017) |
Editorial