Volume 5, Issue (7), Pages 1-70, May (2017)


1 . सम्पादकीय:बुद्ध की तीन सिखावनें
विनोबा, 5(7),1 - 3 (2017)

2 . मानव जीवन में ‘तेलकटाहगाथा’ की प्रासंगिकता
डॉ.ज्ञानादित्य शाक्य, 5(7),4 - 10 (2017)

3 . ‘आये थे कबीर में’ मानवाधिकार
सुश्री. वंदना प्रकाश पाटील, 5(7),11 - 13 (2017)

4 . प्रेमचंद के उपन्यासों में स्त्री विमर्श
डॉ. ज्योति बाला, 5(7),14 - 17 (2017)

5 . मुंशी प्रेमचंद की कहानियों में भारतीय किसान
सुनीता देवी, 5(7),18 - 22 (2017)

6 . आधुनिक हिन्दी कहानी का युग संचरण
डॉ. शाजिया खान, 5(7),23 - 25 (2017)

7 . Need of Technological up gradation in garment industries of Indore Division with respect to modernization
English, 5(7),26 - 28 (2017)

8 . Role of Lead Bank Scheme
Dr. Khushboo jain, 5(7),29 - 31 (2017)

9 . The Signification Of Bodhisattva Manjushri In Mahayana Buddhism
Dr.Manish Meshram, 5(7),32 - 38 (2017)

10 . महादेवी के काव्य में करूणा और वेदना की अभिव्यक्ति
डॉ. इन्दु कुमारी, 5(7),39 - 42 (2017)

11 . स्वातंत्र्योत्तर हिंदी गद्य साहित्य में व्यंग्य
अनिल कुमार शर्मा (शोधार्थी), 5(7),43 - 47 (2017)

12 . जैन परम्परा में त्रिलोक रचना
डॉ. पवन पाठक, 5(7),48 - 50 (2017)

13 . Problem of Modernization in Garment Industries of Indore Division in relation to Training (Workers & Employee)
Ms. Vijeta Bhatore, 5(7),51 - 53 (2017)

14 . शिवानी (गौरा पंत) के कथा साहित्य में सामाजिक चेतना
डॉ.राजेन्द्र सिंह बिष्ट (शोधार्थी), 5(7),54 - 57 (2017)

15 . संचार अनिवार्यता में समाचार-पत्रों की भूमिका
डॉ.दीपमाला गुप्ता, 5(7),58 - 63 (2017)

16 . डॉ.भीमराव अम्बेडकर की दृष्टि में अष्टांगिक मार्ग : एक अध्ययन
चम्पालाल मंद्रेले (शोधार्थी), 5(7),64 - 70 (2017)