Volume 3, Issue (1), Pages 1-62, November (2014) |
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1 . |
सम्पादकीय:साहित्यिक खेती करे विनोबा, 3(1),1 - 2 (2014) |
2 . |
सामाजिक मुखरता और मानवीय हस्तक्षेप के समकालीन कवि : मंगलेश डबराल डॉ.चमन लाल शर्मा, 3(1),3 - 8 (2014) |
3 . |
इतिहास सतत निवर्तमान है(उदय प्रकाश की कहानियों के संदर्भ में) डॉ.संध्या गंगराडे़, 3(1),9 - 14 (2014) |
4 . |
PRESENT SCENARIO OF HUMAN RIGHTS IN SECONDARY EDUCATION Dr.Laxman Shinde, 3(1),15 - 20 (2014) |
5 . |
भारत-पाक सम्बन्ध: स्वरूप और बदलाव(1990 से 2005 के संदर्भों में) डॉ.शीला ओझा, 3(1),21 - 37 (2014) |
6 . |
मीडिया की भाषा- दशा और दिशा डॉ.वन्दना अग्निहोत्री, 3(1),38 - 41 (2014) |
7 . |
गांधी विचार और अन्ना का आन्दोलन : एक अध्ययन कु. नेहा नेमा (शोधार्थी), 3(1),42 - 45 (2014) |
8 . |
दलित महिलाओं की समस्याएं और चुनौतियां *दलीप कुमार,** नानकचन्द गौतम (शोधार्थी), 3(1),46 - 49 (2014) |
9 . |
महिलाओं के सामाजिक एवं राजनैतिक अधिकार डॉ.नरेन्द्र नागर, हुकुम सिंह, 3(1),50 - 53 (2014) |
10 . |
भारतीय विदेश नीति की प्रमुख प्रवृत्तियां: 1990-91 डॉ.शीला ओझा, 3(1),54 - 62 (2014) |
Editorial