Volume 4, Issue (10), Pages 1-58, August (2016) |
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1 . |
सम्पादकीय:शंकराचार्य का योगदान आचार्य विनोबा भावे, 4(10),1 - (2016) |
2 . |
अण्डमान की हिन्दी कविताओं में सांस्कृतिक चेतना डॉ. रत्ना कुशवाह सहायक प्राध्यापक , 4(10),1 - 7 (2016) |
3 . |
रहीम के दोहे में नीतिपरकता डॉ.तीर्थंकरदान रतुदानजी रोहड़िया, 4(10),8 - 14 (2016) |
4 . |
काव्य में ग्रामीण जीवन डॉ.जगदीश चौहान, 4(10),15 - 21 (2016) |
5 . |
भिलाली लोकगीतों में कृषक जीवन गजेंद्र आर्य, 4(10),22 - 26 (2016) |
6 . |
ग्रामीण जीवन में धर्म, त्योहार और संस्कार का समाजाशास्त्रीय स्वरूप प्रो.शशिकला दुबे, 4(10),27 - 29 (2016) |
7 . |
भवानी प्रसाद मिश्र की कविताओं पर गाँधी दर्शन का प्रभाव श्रीमती रेखा डावर शोधार्थी, 4(10),30 - 32 (2016) |
8 . |
काव्यशास्त्र के सिद्धांतों का तुलनात्मक अध्ययन श्रीमती वन्दना वर्मा, 4(10),33 - 35 (2016) |
9 . |
स्वतन्त्रता पूर्व संसदीय लोकतंत्र पर पं. नेहरू का चिन्तन डॉ. सत्यवीर सिंह ,ज्योति(शोधार्थी), 4(10),36 - 47 (2016) |
10 . |
सआवास ऋण के सम्बन्ध में ग्राहक संतुष्टि का विश्लेषणात्मक अध्ययन स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया और आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड के सन्दर्भ में) डॉ. वासुदेव मिश्र,दीपक शाह (शोधार्थी), 4(10),48 - 52 (2016) |
11 . |
बड़वानी जिले की पंचायतों में महिला प्रतिनिधियों की भागीदारी का विश्लेषणात्मक अध्ययन गिरधारीलाल भालसे (शोधार्थी), 4(10),53 - 56 (2016) |
12 . |
मनावर और धरमपुरी विधानसभा का तुलनात्मक विश्लेषणन शोभाराम सोलंकी (शोधार्थी), 4(10),57 - 58 (2016) |
Editorial